"छोटा क़द"
जिस-जिसने धोखे से कभी खंजर मुझे घोंपा था
बेवजह वहशी बना इल्ज़ाम मुझपर थोपा था
ये सोचकर मैंनें उन्हें बद्दुआ भी न दी कभी
ज़ुबां भले लम्बी थी उनकी पर क़द बड़ा छोटा था।।
।। गौरव प्रकाश सूद ।।
#दर्दकाकारवां
#ऐसावैसाwriter
16 जनवरी 2024
13:30
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