"गाँव, शहर और मैं "

कभी बहुत मीठी सी है कभी ज़िंदगी है ज़हर सी
मुझमें ठहराव गाँव सा है और बेचैनी है शहर सी।।

                                   ।। गौरव प्रकाश सूद। ।
#दर्दकाकारवां
#ऐसावैसाwriter
28 दिसम्बर 2023
22:30 

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